उच्च का गुरु == लाभ कम और हानि ज्यादा देगा \\ सोना , चाँदी ,एक माह बाद महगा
शाशन को सावधानी आवश्यक हे === लूटपाट और संघर्ष =,मौसमी बीमारी का प्रकोप
गुरु का कर्क प्रवेश -- पड़ोसी देशो से प्रेम -भाव ,नेताओ का आपसी प्रेम ,जनता में सुख और आनंद की प्राप्ति ,भूमि पर सुखमय वातावरण ,सुखमय वर्षा ,ऑगस्ट ,सितमबर में टिड्डीदल का प्रकोप ,\\ दुर्भिक्ष अशंति और रोगो का फेलना ,,सोना , चाँदी,ताम्बा अनाज महंगा ,
गुरु आषाढ़ मास प्रवेश फल --रज्य की जनता को क्लेश,मुख्यमंत्रियों को शारीरिक कष्ट वर्षा की कमी ,फसल का नुकसान,नव क्रांति का उदय , पूर्वोत्तर व् दक्षिण के प्रदेशो में अच्छी वर्षा ,मालवा में फसल की कमी .मक्का की फसल उत्तम ,,\, नेताओ का अकस्मात दुर्घटनाग्रस्त होना \\
वृश्चिक राशि -शनि -प्रवेश ==== राज कोप ,वर्षा की कमी ,पशु -पक्षियों के भोजन की कमी ,मनुष्यो में कलह ,शत्रुओ को क्लेश ,[चीन - पाकिस्तान ] कार्यो का विनाश ,अनेको प्रकार की बीमारी ,हैजा और क्षय रोग ,अस्थमा वायु प्रदूषण से बीमारी कुछ इलाको में चेचक होना भी सम्भव हे ---अभी पिछले कुछ वर्षो में -शनि के कन्या तुला के भर्मण में कोई बीमाई नही फैली थी \\
गुरु का कर्क प्रवेश --
शाशन को सावधानी आवश्यक हे === लूटपाट और संघर्ष =,मौसमी बीमारी का प्रकोप
गुरु का कर्क प्रवेश -- पड़ोसी देशो से प्रेम -भाव ,नेताओ का आपसी प्रेम
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