बुधवार, 1 अगस्त 2018

आप युवा हे , आपकी भी यह समस्या हे , चिंतित हे , पुराने रिश्ते से , तलाक की नौबत हे , लम्बे रिश्ते नहीं चल रहे हे ,, नौकरी में दिक्क्त हे

 आप युवा हे , आपकी भी यह समस्या हे , चिंतित हे , पुराने रिश्ते से , तलाक की नौबत हे , लम्बे रिश्ते नहीं चल रहे हे ,, नौकरी में दिक्क्त हे 


---- होता हे === चिंता न करो , उम्र ही ऐसी हे -- ईगो को छोड़ो 
आगे बड़ो == जो गया उसे भूल जावो == आने वाले जा स्वागत करो 
==== 75 प्रतिशत तलाक के मामलो में यही देखने में आता हे की आप  अपने पूर्व के रिश्तों को मित्रता को भूल नहीं पाते हो -- और मन विचलित होकर उससे तुलना  करने लगता हे , 
==== पहले आप जिम्मेदारी से मुक्त थे == आज जिम्मेदारी  में बंधे हो == विवाह एक जिम्मेदारी ही हे \
= आप कोई रिश्ते पहले बनाओ ही नहीं == बने हे तो साथ चलो == साथ न चल सके तो भूल जाये [
------- फिर भी मन में कोई तिस हे तो सलाह करे 
------- जो आपके अपने हे == या ज्योतिष से मिले -- गलत निर्णय न ले जीवन अमूल्य हे 
============ 9926077010 === शिव मेहता 
17   से  35 साल से कम के युवाओं के साथ कई तरह की समस्याएं होती हैं। ज्योतिष के अनुसार देखा जाए तो इस उम्र के लोगों में 5 कॉमन समस्याएं होती हैं।
 1. कन्फ्यूजन होना,
 2. व्यवहार में अस्थिरता होना,
 3. काम पर फोकस ना रहना, 
4. वाणी में प्रभाव नहीं होना और
 5. रिश्ते बार-बार टूटना। 
ये पांचों समस्या ज्योतिष में बताई गई हैं। कुछ लाइफ स्टाइल के कारण और कुछ ग्रहों के गोचर  के कारण अक्सर  17 से 35 साल की उम्र के लोगों को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ज्योतिष में इन समस्याओं के बहुत आसान उपाय दिए गए हैं।मेरे  अनुसार कुछ आसान तरीकों से युवा अपने जीवन की इन समस्याओं को मिटा सकते हैं। वास्तव में ये समस्याएं राहु, शनि, बुध. चंद्र के दोषों के कारण होती हैं। राहु कन्फ्यूजन देता है, शनि कई बार आलस देता है और चंद्रमा के कारण मन में विचलन, दिमाग में अस्थिरता रहती है और बुध कमजोर होने से वाणी में प्रभाव नहीं रहता है। ऐसे में आपकी बात को अक्सर कोई महत्व नहीं दिया जाता। ये सभी परेशानियां ऐसी हैं जिन्हें बहुत बड़ा नहीं कह सकते हैं लेकिन अक्सर इनके कारण युवा डिप्रेशन तक के शिकार हो जाते हैं। जो लोग ज्योतिष में ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं वो भी चाहें तो इन समस्याओं का आसानी से समाधान कर सकते हैं।

ये 5 काम अपने डेली रुटीन में शामिल करें
1 . मेडिटेशन - रोज सुबह कम से कम 5 से 10 मिनट मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। ऊँ शब्द का लंबा उच्चारण करते हुए मेडिटेशन करें। धीरे-धीरे इसे 20 मिनट तक ले जाएं। इससे आपको एकाग्रता और काम या पढ़ाई में फोकस करने की जो परेशानी आ रही है वो दूर होगी।

2 . सूर्य को जल चढ़ाएं - सूर्य आत्मा के कारक माने गए हैं। अगर नहाने के बाद आप सूर्य को एक तांबे के लोटे से जल चढ़ाते हैं, तो ये प्रयोग आपमें आत्मविश्वास बढ़ाएगा। सूर्य आत्मविश्वास बढ़ाता है।

3 . गणपति के दर्शन - स्कूल, कॉलेज या ऑफिस जाने से पहले कोशिश करें कि गणपति के दर्शन कर लें। घर में ही गणपति की एक मूर्ति या तस्वीर लगा लें, घर से निकलने के पहले दर्शन करें। गणपति के दर्शन से आपको बुध का शुभ प्रभाव मिलेगा, इससे आपकी वाणी में प्रभाव बढ़ेगा।

4 . सुबह या शाम को करें जॉगिंग - शनि को श्रम पसंद है। इंसान के पसीने में भी शनि का वास माना गया है। अगर आप सुबह या शाम को 15 से 20 मिनट जॉगिंग या कोई और एक्सरसाइज करके पसीना बहाते हैं तो शनि आपको शुभ फल देगा।

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